संवाददाता : गोड्डा, झारखंड
गोड्डा जिले के बोआरीजोर थाना क्षेत्र स्थित ललमटिया धमनी पहाड़ में पुलिस एनकाउंटर में सूर्या हांसदा की मौत हो गई है। सूत्रों के अनुसार, सूर्या के पास से कई हथियार और खोखा बरामद हुआ है। विशेष सूत्रों के अनुसार, सूर्या हांसदा छिपा कर रखे हथियार को बरमाद करवाने के लिए पुलिस के साथ ललमटिया धमनी पहाड़ पहुंच था। इस दौरान सूर्या हांसदा के गैंग के सदस्य घात लगाए बैठे थे और और सूर्या हांसदा को छुड़ाने का कोशिश किया इस दौरान कई फायरिंग हुई। और सूर्या हांसदा ने पुलिस के हथियार छीन कर भागने का कोशिश किया। इस दौरान पुलिस और सूर्या गैंग के साथ मुठभेड़ हुई, और पुलिस एंनाकाउटर में सूर्या हांसदा मारा गया।
रविवार शाम को सूर्या हांसदा की मां नीलमुनि मुर्मू ने मीडिया को बताया था कि देवघर के मोहनपुर थाना क्षेत्र के नावाडीह गांव से उनके बेटे की गिरफ्तारी हुई थी। उन्होंने बताया कि शाम करीब 5 बजे सादे लिबास में बाइक से आए पुलिसकर्मियों ने सूर्या को उसकी मौसी के घर नावाडीह से पकड़ा और अपने साथ ले गए।
सोमवार की अहले सुबह जानकारी मिली कि सूर्या हांसदा पुलिस की गिरफ्त से भागने की कोशिश कर रहा था। वह हथियार छीनकर भाग रहा था। इसी दौरान पुलिस और सूर्या हांसदा गैंग के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में सूर्या हांसदा मारा गया।
सूर्या हांसदा का कई राजनीतिक दलों से संबंध रहा है। वह बोरियो विधानसभा से चार बार चुनाव लड़ चुका है। पहली बार 2009 में झारखंड विकास मोर्चा (JVM) से चुनाव लड़ा था। दूसरी बार 2014 में भी JVM से चुनाव लड़ा। तीसरी बार 2019 में भाजपा ने उसे टिकट दिया था। इस चुनाव में वह दूसरे स्थान पर रहा था।
2024 में भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर उसने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद उसने JLKM पार्टी से चुनाव लड़ा। लेकिन वह किसी भी चुनाव में जीत हासिल नहीं कर पाया था।
गौरतलब है कि हाल ही में साहिबगंज के मिर्जाचौकी थाना और गोड्डा के ललमटिया थाना में सूर्या हांसदा के खिलाफ कई संगीन अपराधों में संलिप्त रहने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। पुलिस के मुताबिक 27 मई की रात ईसीएल राजमहल कोल परियोजना ललमटिया में हुए गोलीकांड का मुख्यसूत्रधार था। इसके अलावा साहिबगंज के मिर्ज़ाचौकी थाना क्षेत्र में पोकलेन मशीन और डंपर में आग लगाने के मामले भी उसका नाम सामने आया था। गोड्डा जिले ललमटिया थाना क्षेत्र स्थित बाबूपुर के पास 11 जून को रात एक हाईवा में आग लगाने के मामले में भी वह आरोपी था। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से ही वह कई महीनों से फरार चल रहा था और पुलिस लगातार उसकी तलाश में जुटी थी।
और आज अहले सुबह यह जानकारी निकल कर सामने आई कि पुलिस मुठभेड़ में उसे सूर्या हांसदा मारा गया है। पुलिस ने शव की पोस्टमार्टम के लिए गोड्डा सदर अस्पताल भेज दिया है। वहीं सूर्या हांसदा की मां नीलमुनि और पत्नी सदर अस्पताल पहुंचकर, प्रशासन पर साजिश का आरोप लगाया है, परिजनों का कहना है। की सूर्या हांसदा बीमार थे। गोड्डा के पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार ने सूर्य नारायण हांसदा उर्फ सूर्या हांसदा का एंनाकाउटर का पुष्टि किया है।
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