संवाददाता - गोड्डा, झारखंड 

गोड्डा जिले ललमटिया स्थित डकैता का रहने वाला सूर्या हांसदा के पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने के बाद मामला अब गरमा गया है। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने सूर्या का शव परिजनों को सौंप दिया, जिसके बाद परिवार वालों ने आदिवासी रीति-रिवाज के साथ घर के आंगन में ही शव को दफना दिया। लेकिन इसके साथ ही परिजनों ने ऐसे गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसने पूरे मामले को नई दिशा दे दी है। 





सूर्या हांसदा की पत्नी सुशीला मुर्मू ने मीडिया के सामने दावा किया कि उनके पति को मुठभेड़ में नहीं, बल्कि पहले टॉर्चर करके मारा गया। उनका कहना है कि सूर्या के हाथ-पैर पर जलने के निशान हैं, जिन्हें करेंट से जलाया गया होगा। और इसके बाद गोली मारी गई।  सुशीला ने साफ कहा – पुलिस का मुठभेड़ का दावा झूठा है। हम हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक लड़ेंगे। इस पर CBI जांच होनी चाहिए।






इसी तरह, सूर्या की मां नीलमुनि मुर्मू ने भी पुलिस कार्रवाई पर गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने दावा किया कि सूर्या का शव करेंट से जला हुआ था और फिर गोली मारी गई। नीलमुनि ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा पर आरोप लगाया है।





सूर्या हांसदा की माँ नीलमुनि ने कहा – कुछ दिन पहले पंकज मिश्रा गोड्डा में एक कार्यक्रम में आए थे, जहां उन्होंने खुले मंच से कहा था कि गोड्डा में कोई अपराधी पैर नहीं पसारेगा, नहीं तो पुलिसिया कार्रवाई में मार दिया जाएगा। मेरे बेटे पर आपराधिक मामले थे और वह फरार था, इसलिए उसे मार दिया गया। परिजनों का यह भी कहना है कि इस मामले में निष्पक्ष जांच सिर्फ CBI ही कर सकती है, ताकि सच सामने आ सके। अब सवाल ये है कि क्या यह मुठभेड़ वाकई वैसा था जैसा पुलिस बता रही है, या फिर परिजनों के आरोपों में सच्चाई है। हालांकि पूरे मामले में क्या सच्चाई है। यह न्यायालय ही बता सकता है।

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