गोड्डा सदर अस्पताल में शुगर मरीज की मौतः परिजनों का आरोप-मृतका को भी रेफर करने की कोशिश, समय पर डॉक्टरों ने नहीं किया इलाज
संवाददाता : गोड्डा, झारखंड
गोड्डा सदर अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल गंभीर उठ रहे हैं। पैरडीह की 30 वर्षीय सीमा देवी को शुगर और बुखार की शिकायत पर तीन दिन पहले भर्ती कराया गया था। मृतका की मां रंजना देवी ने बताया कि अस्पताल में न तो समय पर डॉक्टर मिले और न ही जांच-उपचार की व्यवस्था हुई।
नर्स मरीज के परिजनों को डांट कर भगा देती थीं। रात भर में एक बार भी कोई भी डॉक्टर मरीज को देखने तक नहीं आते है।
समय पर इलाज न मिलने से मरीज की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि मौत के बाद भी अस्पताल प्रशासन ने मृतका को दो इंजेक्शन लगाए। साथ ही भागलपुर रेफर करने की बात कही।
घटना के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण अस्पताल पहुंचे। उन्होंने स्वास्थ्य व्यवस्था के खिलाफ नारेबाजी की। गोड्डा नगर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को शांत कराया। स्थानीय लोगों के मुताबिक यह पहली घटना नहीं है। गोड्डा सदर अस्पताल में अक्सर लापरवाही और अनदेखी के मामले सामने आते रहते हैं।इससे पहले भी अस्पताल में इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी हैं।
गोड्डा के सिविल सर्जन सुभाष शर्मा का कहना है कि दो दिन तक मरीज का इलाज नहीं होने का आरोप गलत है। उन्होंने बताया कि समय-समय पर सभी मरीजों का इलाज किया जाता है। डॉक्टर मरीज को बचाने के लिए अंतिम समय तक प्रयास करते हैं। मृत व्यक्ति को रेफर करने का आरोप भी गलत है।
इसके बाद परिजनों ने शव को गोड्डा के कारगिल चौक पर रख सड़क को घंटों जाम कर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ नारजेबाजी की वही सूचना के बाद नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंचकर परिजनों को समझा बुझा कर जाम को हटाया।
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