डीएवी स्कूल में दो दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया.



महागामा : प्रखंड के डीएवी पब्लिक स्कूल में सीबीएसई के द्वारा दो दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. दो दिवसीय शिक्षण-वर्धन कार्यक्रम का उद्घाटन बुधवार को केन्द्र निदेशक अनुज कुमार मिश्र प्राचार्य डी.ए. वी. स्कूल ऊर्जानगर के द्वारा विद्यालय सभागार में संसाधन व्यक्ति के रूप में उपस्थित गुजन मल्होत्रा और पूनम झा की उपस्थिति में दीप प्रज्वलित कर किया गया। दो दिवसीय कार्यक के प्रथम सत्र मे सभी शिक्षकों को अपने प्रारंभिक संबोधन में एक कुशल, उपयोगी संरक्षक और भविष्य निर्माता जैसे शब्दों से अलंकृत कर उन्हें वर्तमान में अपनी सभी चुनौतियाँ पर विषय हासिल करते हुए सभी बच्चों के भविष्य निर्माण के लिए एक तकनीकी मार्गदर्शक के रूप में बताया।


 आगे प्राचार्य ने इस बात पर जोर दिया कि आज के संघर्षपूर्ण जीवन में समस्याओं को समझने और उन्हें समाधान के तहत लाने के लिए सर्वप्रथम अपनी योग्यता और तरीके को नित्य प्रतिदिन संबंधित करने की जरूरत है। दृढ़ निश्चय, सकारात्मक सोच, नेतृत्व क्षमता सुनने की शक्ति के साथ जीवन मूल्यों को समझते हुए चुनौतियों से निबटने में हमेशा से सफलता मिलती रही है, इसलिए इन्हें अमल में लाना अनिवार्य है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में रिसोर्स पर्सन के द्वारा प्रायोगिक शिक्षण के अंतर्गत कोल्ब चक्र, ब्लूम टैक्सनाभी, एल ए ए आर स्ट्रैटेजी, मल्टीपल इंटेलिजेंस तथा उद्देश्य बनाम परिणाम के बारे में विस्तार से बताया गया। नई शिक्षा नीति - 2020 में इन विषयों के ऊपर, विशेष रूप से जोर दिया गया है। दिजो सर्वागीण विकास में सहायक होती है. 

 मल्होत्रा द्वारा बताया गया कि प्रायोगिक शिक्षण एक ऐसी शिक्षण प्रक्रिया है जिसमें अनुभव के माध्यम से बच्चों को शिक्षित किया जाता है। वही नीना तरीका बताया कि प्रायोगिक शिक्षण सीखने का स्वाभाविक इस कार्यक्रम में कुल 60 शिक्षक प्रशिक्षणार्थी सम्मिलित हुए प्रथम सत्र कार्यक्रम का समापन शांतिपाठ के साथ हुआ. 


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