ईसीएल राजमहल परियोजना ललमटिया के तालझारी में बुधवार से चल रही तीन दिन के आपरेशन में सुक्रवार को गोड्डा उपयुक्त जीसान कमर एवं पुलिस अधीक्षक नाथू सिंह मीना पहुंचे तालझरी वही गोड्डा उपयुक्त ने कहा की कई सोशल मीडिया न्यूज चैनल पर भ्रामक खबर की प्रसारण की गई थी। गांव खाली कराया जा रहा है। ऐसी कोई बात नहीं है। हमलोगो ने संवाद करने का प्रयास किया और संवाद करने की ही नतीजा हैं की आज आराम से काम चल रहा है कोई ऐसी बात नहीं की गांव वालो को किसी भी तरह से पड़ताड़ित किया गया है। जब तक जिला प्रशासन है। सरकार है। तब तक एक परसेंट भी गांव वाले के साथ अन्याय नहीं होगा ये बात की गारंटी है। और सरकार के द्वारा निर्देशित भी है। की सभी के हितों का हमलोग ख्याल रख रहे है।


बात यह है की पूर्व में जिन रयैतो ने सहमति अपनी जमीन ईसीएल को दी है। और वो रैयत नौकरी कर रहे है। उन्हीं की जमीन पर उत्खनन हो रही है। जिन रयैतो ने ईसीएल को जमीन दिया था। उन रयैतो को गांव से खदेड़ कर मार पीट किया गया था। और वो लोग इधर उधर रह रहे है। रयैतो ने बताया कि ईसीएल को जमीन देने पर नौकरी और उचित मुआवजा दिया गया। और हमारी जमीन पर उत्खनन का कार्य रुका हुआ था तो इसी इसी बीच राजमहल के महाप्रबंधक लिखित रूप से विधि व्यवस्था को लेकर आशंका थी, और सहायता मांगी थी। तो महगामा अनुमंडल पदाधिकारी और महगामा एसडीपीओ के नेतृत्व में पुलिस बल और मजिस्टेड के द्वारा जो भी ईसीएल ने जमीन ले लिया है उसका सीमांकन का कार्य शांतिपूर्ण ढंग से किया। वही गोड्डा पुलिस अधीक्षण नाथू सिंह मीना ने कहा कि ईसीएल राजमहल परियोजना के द्वारा आवेदन दिया गया था पिछले घटित घटनाओं पर और जो रैयतों ने ईसीएल राजमहल परियोजना को जमीन दिया है। उन रयैतो के द्वारा भी लिखित आवेदन दिया गया था। और उन्होंने कहा कि जमीन के एवंज में मुवावजा और नौकरी कर रहे है। लेकिन उस जमीन पर ईसीएल को कब्जा नही दिला पाए है। इन्ही सब परिस्थितियों के कारण धारा 144 लगाया गया था। उसी के उल्लंघन के आरोप में बुधवार को जब सुरक्षा बल और प्रतिनियुक्त मजिस्टेड यहां पर आए थे। और यहां पर तकरीबन 500 लोगो ने अपने पारंपरिक हथियार के साथ इकट्ठा हुए थे। और काम के दौरान अवरोध उत्पन्न कर रहे थे। और उन लोगो के द्वारा नाजायज मजमा बनाकर जो भी कार्यवाही की उसके आरोप में साम को जो मजिस्टेड है उनके आवदेन के आधार पर ललमटिया थाना में करीबन 18 लोगो पर नामजद कांड दर्ज किया गया है और चार सौ के करीबन प्राथमिक अभियुक्तों को अभियुक्त  बनाया गया है। और दूसरे दिन जब काम करने के लिए आए तो करीबन डेढ़ सौ की संख्या में परंपरिक हथियार के साथ कार्य में बाधा उत्पन्न करने का प्रयास किया गया। 


बार बार जिला प्रशासन की ओर से स्थानीय भाषा और हिंदी में सूचना भी दिया जा रहा था धारा 144 लागू किया गया है। धारा 144 लगने के बावजूद भी उनलोगो के द्वारा नहीं सुनी गई तो धक्का मुक्की होने लगी तो प्रशासन के द्वारा वाटर केनन और आसुं गैस का प्रयोग कर उनलोगो को खदेड़ा गया और बूढ़े बुजुर्ग को प्रशासन के सहयोग से बाहर किया गया। और यहां के लोगो को लगातार समझाया जा रहा है की यहां पर जो पुलिस प्रशासन की प्रतिनियुक्ति की गई है। किसी का हक को नही छीना जा रहा है। ईसीएल के द्वारा जिन रयैतो से जमीन ली गई है। उसी जमीन के सीमांकन के लिए प्रशासन और मजिस्टेड की प्रतिनियुक्ति हुई है। और गांव वालो को कोई आपत्ति है तो अपनी आपत्ति रख सकते है। यहां पर महगामा अनुमंडल पदाधिकारी और महगामा एसडीपीओ , सीओ  मौजूद हैं। आपकी आपत्ति का निराकारण किया जायेगा और जो भी कार्यवाही होगी विधिसम्मत कार्यवाही होगी। वही गोड्डा एसपी ने कहा की कल सुबह नाजायज मजमा लगा हुआ था तो कुछ लोगो के द्वारा तीर चला दिया गया था। जो की एक महिला कॉन्स्टेबल के अंगूठी में लगी है। और कुछ जवानों को रड और लोहे की खंती से चोट लगी है। ज्यादा सीरियस नहीं है सभी ठीक-ठाक है।

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