झारखंड में अब Ed का रिश्ता होता दिख रहा है काफी गहरा. लगातार ED मामले पर नए-नए खुलासे किए जा रहे हैं. जो कि आम जनता भी चौक जा रहे हैं. झारखंड के मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में एक बार फिर बड़ा खुलासा किया है.
बताते चलें कि साहेबगंज के नीबू पहाड़ पर अवैध खनन मामले मे शिकायतकर्ता विजय हसदा द्वारा कोर्ट में आवेदन किया था कि वह अपनी शिकायत पर कायम है. जिसके बाद ही पुलिस पर धोखाधड़ी का गंभीर आरोप लगा था.और एससी-एसटी थाने में पंकज मिश्रा सहित आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ था.
ED की माने तो साहिबगंज के डीएसपी राजेंद्र दुबे विजय हसदा मामले में भी पंकज मिश्रा के खिलाफ जांच को विफल करने में लगे हुए हैं. पंकज मिश्रा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में साहिबगंज पुलिस को विजय हसदा की प्राथमिकी दर्ज करने के लिए मजबूर होना पड़ा था. राजेंद्र दुबे ने इस मामले की जांच करने के बजाय विजय हंसदा के सहयोगी परशुराम कुमार यादव को पूछताछ के लिए नोटिस जारी कर दिया.
आपको पता तो चले कि परशुराम कुमार यादव हुआ व्यक्ति है. जिन्होंने विजय हंसदा से जेल में मुलाकात की और सभी आवश्यक व्यवस्था की जिससे हंसदा अदालत जा सके. जानकारी के मुताबिक साहिबगंज पुलिस जो दावा कर रही है वह पूरी तरह से झूठ है. विजय हंसदा गवाह है और विजय को मजबूर किया जा रहा था. कि वह केस उठा ले ताकि पंकज मिश्रा को बचाया जा सके. राजेंद्र दुबे को ED ने तलब किया और जल्द पूरे मामले को लेकर पूछताछ करेगी. परशुराम विजय को मदद कर रहा था इसलिए डीएसपी अब परशुराम को परेशान कर रहा था. परशुराम के मुताबिक विजय हंसदा पंकज मिश्रा के खिलाफ अपनी शिकायत कभी वापस नहीं ली है.
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