संवाददाता - गोड्डा, झारखंड
गोड्डा जिले के महागामा अनुमंडल के कई स्कूलों में बीपीएल कोटे का दुरुपयोग सामने आया है। स्कूलों में 25% सीटें गरीब बच्चों के लिए आरक्षित हैं। लेकिन इन सीटों पर कुछ सरकारी कर्मचारियों, पारा शिक्षकों और बड़े व्यवसायियों के बच्चों को एडमिशन दिया गया है।
गरीब परिवारों के बच्चों को एडमिशन से मना कर दिया गया। स्कूल प्रशासन ने सीटें भरी होने का हवाला दिया। कई अभिभावक स्कूल और जिला शिक्षा अधिकारी के दफ्तर के चक्कर लगाते रहे। लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिला।
महागामा निवासी मंगल कुमार ने इस मामले में आवाज उठाई है। उन्होंने महागामा अनुमंडल पदाधिकारी आलोक वरण केसरी को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। अनुमंडल पदाधिकारी ने पूरे मामले की जांच का आश्वासन दिया है।
अधिकारी ने कहा है कि गलत तरीके से हुए एडमिशन रद्द किए जाएंगे। इस मामले में दोषी पाए जाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह योजना गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए बनाई गई है। इसका लाभ वास्तविक जरूरतमंद बच्चों को ही मिलना चाहिए।
अब सवाल पूरे सिस्टम पर क्या उन बच्चों को न्याय मिल पाएगा, जो इस सीट के असली हकदार है।
क्या जिला प्रशासन ऐसे लोग और ऐसे सिस्टम पर कार्यवाही करेगी।
अब देखना दिलचस्प यह होगा कि आखिर कब तक इन बच्चों को न्याय मिलता है। या सिस्टम की मार इन गरीब बच्चों पर पड़ती रहेगी।
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