जयकारे की घोष दूर तलक तक पहुँच रही थी। वही कलश लेकर चल रही कलशधारी श्रद्धालुओं की सेवा के लिए कई जगहों पर ग्रामीणों द्वारा शीतल जल और अन्य पेय पदार्थों का प्रबंध किया गया था जो श्रद्धालुओं को गर्मी मे राहत पहुँचा रही थी। कलश यात्रा के मंदिर परिसर पहुचने के उपरांत वैदिक मंत्रोच्चार के बीच बनारस के विद्वान राम मोहन शर्मा ने यज्ञ मंडप मे कलश को उपस्थापित किया। इस दौरान मंत्रोच्चार की ध्वनि बलवती होती रही और लोग भक्ति मे लीन दिखे। यजमान राजेश ठाकुर एव उनकी धर्मपत्नी ने बताया कि आहुति के उपरांत प्रतिदिन यहां संध्या वृंदावन धाम के अनुपानन्द जी महाराज के श्रीमुख से राम कथा का लोग अनुश्रवण करेंगे साथ ही रोज भंडारा का भी आयोजन किया जायेग। उक्त अवसर पर यहां मेले का भी लोग लुत्फ उठा सकेंगे। मेले मे कई खेल तमाशा के साथ मौत का कुंआ लोगो के आकर्षण का केंद्र बिंदु बनी रहेगी। यज्ञाहुति 9 अप्रैल से शुरू होगी जिसका समापन 17 अप्रैल को होगा।
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