यूपी के बिजनौर जेल में एक अनोखा मामला सामने आया है यहां प्रशासन स्तर पर पर्यावरण बचाने को बचाने के लिए एक अनूठी पहल की शुरुआत की गई है. इस नई पहल के तहत जेल में बंद कैदियों को जमानत के लिए अब शपथ पत्र देना होगा कि वह कम से कम सात पौधे अवश्य लगाएंगे. जानकारी के अनुसार इस पहल की शुरुआत मांगे राम चौहान ने की है. जो वर्तमान बिजनौर जिले में एसडीएम के पद पर तैनात है. इससे पूर्व अमरोहा जिले में तैनाती के दौरान भी उन्होंने इसी तरह का पहल का शुरुआत किया था. 


10 जून 2019 को शुरू की थी यह मुहिम

उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले की नजीबाबाद तहसील में तैनात एसडीएम मांगेराम चौहान ने पर्यावरण को बचाने के लिए यह अपनी मुहिम 10 जून 2019 को शुरू की थी. एसडीएम मांगे राम का कहना है कि इस दिन उनको दिल्ली के पालम हवाई अड्डे का टेंपरेचर 50 डिग्री सेल्सियस पहुंचने की जानकारी मिली थी धरती के बढ़ते तापमान को देखते हुए वह चिंता व सोच  में पड़ गए और एक ऐसी मुहिम शुरू करने के बारे में सोचा जिससे पृथ्वी व उस पर रहने वाले जीवों को बचाया जा सके. उन्होंने बताया कि उस दिन उनकी तहसील में मारपीट का एक मामला आया. शांति भंग के क्रम में 2 लोगों को उनके सामने पेश किया गया. जिनको देखकर उनके दिमाग में एक योजना आई. जिसके चलते उन्होंने दो आरोपियों को पौधा लगाने का काम दिया. इसके बाद उन्होंने एक आदेश जारी कर दिया. आदेश में जमानत के बदले आरोपी को 5 और जमानती को एक एक पेड़ लगाने को कहा गया. इससे शांति भंग के एक मामले में कम से कम 7 पेड़ लगेंगे ही.


एसडीएम का प्रयास रंग लाया

9 सीआरपीसी का धारा 107 116 और 151 के जमानत चाहने वाले आरोपियों से अंडरटेकिंग लेना शुरू किया. एसडीएम ने कहा उन्हें अपनी जमीन पर पौधे लगाने थे, और उस पौधे का पालन पोषण करना था. और अदालती सुनवाई में इसका सचित्र सबूत देना था इसी तरह दो गारंटरो भी एक एक पौधा लगाना होता है. मनुष्य पेड़ पौधों के बिना जीवित नहीं रह सकता है. मनुष्य के लिए शुद्ध पर्यावरण बहुत ही जरूरी है. जब आसपास का वातावरण हरा भरा और पौधे से शुद्ध होता है तो समाज के लोगों में भी रौनक होता है और स्वस्थ रहता है. एसबीएम का प्रयास काफी रंग लाया है और उन्होंने कहा कि अब तक अमरोहा और बिजनौर जिले में पहल के तहत विभिन्न प्रजातियों के 20 हजार के करीब पौधे लगाए जा चुके हैं।

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