वही हेमंत सोरेन ने कहा कि नीतीश कुमार अभिभावक है इनके मार्गदर्शन में वह काम करने को तैयार है। दोनों की बातों से यह स्पष्ट नजर आ रहा है कि राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी एकता की मुहिम में जुटे नीतीश कुमार को राज्य में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा को साथ लाने में कामयाबी मिली है। झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हम सभी केंद्र में विपक्ष की भूमिका में है। विपक्षी विचारधारा को देश में स्थापित कर विस्तार देने के लिए चर्चा प्रारंभ हो चुकी है। इसी संदर्भ में रांची में भी संक्षिप्त चर्चा हुई। वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमारे इतिहास को दबाने की कोशिश की जा रही है मीडिया को भी आजादी के साथ काम नहीं करने दिया जा रहा है बिना नाम लिए पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए नीतीश ने कहा कि चर्चा सिर्फ एक व्यक्ति की होती है।
बैठक के पश्चात मीडिया से मुखातिब हेमंत सोरेन ने नीतीश कुमार को अपना अभिभावक का करार देते हुए खुद को नई पीढ़ी का सियासी सिपाही बताया है। वहीं सीएम सोरेन ने कहा कि नीतीश कुमार से बहुत कुछ जानना और सीखना है। राज्य की क्षेत्रीय अस्मिता और देश की एकता बरकरार रहनी चाहिए। हेमंत सोरेन ने कहा कि देश की लोकतांत्रिक पहचान को कायम रखने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा चल रही है उन्होंने गठबंधन के नेतृत्व के सवाल पर कहा कि देश में जहां भी बातें हो रही है वहां- वहां उसकी जानकारी मीडिया को दी जा रही है। वहीं नीतीश कुमार ने बिहार और झारखंड के पुराने रिश्ते को याद करते हुए कहा कि पहली बार उन्हें मुख्यमंत्री शिबू सोरेन ने बनवाया था। लालू प्रसाद के साथ जेपी आंदोलन की एकता से सभी वाकिफ हैं।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि करोणा के कारण मिलना जुलना कम हो गया था। उन्होंने केंद्र सरकार पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि हमारे इतिहास को बदलने की कोशिश हो रही है। मीडिया पर कुछ लोगों का नियंत्रण हो गया है, देश में विकास नहीं हो रहा है लेकिन इसकी चर्चा खूब हो रही है। जहां काम हो रहा है वहां किस प्रकार दमन का प्रयास चल रहा है यह सब देख रहे हैं लेकिन इससे भी विपक्ष घबराने वाला नहीं है
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